Job Vacancies: पिछले कुछ महीनों की सुस्ती के बाद टेक कंपनियों और स्टार्टअप्स में हायरिंग का दौर एक बार फिर तेज होता हुआ नजर आने लगा है। इन कंपनियों ने हायरिंग गतिविधियों को तेज करते हुए अच्छे टैलेंट की तलाश शुरू कर दी है। इसके पहले के कुछ महीने के दौरान बिजनेस में सुस्ती और फंडिंग की परेशानियों की वजह से टेक कंपनियों और स्टार्टअप्स ने हायरिंग एक्टिविटीज को धीमा कर दिया था। कुछ कंपनियों को इस दौरान अपने खर्चों में कटौती करने के लिए बड़े पैमाने पर छंटनी भी करनी पड़ी थी, लेकिन अब स्थिति में बदलाव होता हुआ नजर आने लगा है।
स्टाफिंग फर्म एक्सफेनो की एक रिपोर्ट के अनुसार सितंबर में खत्म हुई तिमाही के दौरान हायरिंग एक्टिविटीज में तेजी आई है। इस दौरान आईटी सेक्टर में क्रमिक बढ़ोतरी भी दर्ज की गई है। हालांकि इस रिपोर्ट में ये भी साफ किया गया है कि हायरिंग एक्टिविटीज में आई तेजी अस्थाई है या टिकाऊ, इस बारे में अभी स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अगर हायरिंग एक्टिविटीज की यही स्थिति अगली तिमाही में भी कायम रही, तो ये स्थिति में सुधार होने का स्पष्ट संकेत होगा।
हायरिंग से जुड़े आंकड़ों पर नजर डालें तो मार्च 2024 में एक्टिव जॉब ओपनिंग पिछले 20 महीने के सर्वोच्च स्तर 1,68,000 तक पहुंच गई थी, लेकिन इसके अगले ही महीने अप्रैल में इसकी संख्या घटकर 1,56,000 रह गई, जबकि मई के महीने में एक्टिव जॉब ओपनिंग की संख्या 1,07,000 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई। जॉब ओपनिंग का ये आंकड़ा हायरिंग एक्टीविटीज के पीक से करीब 50 प्रतिशत कम है।
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि सितंबर में खत्म हुई तिमाही के दौरान आईटी कंपनियां में हायरिंग एक्टिविटीज में तेजी आई है। इसके साथ ही कैंपस सेलेक्शन में भी तेजी आने की उम्मीद है। स्टार्टअप्स ने भी अपना काम बढ़ाने के लिए हायरिंग एक्टिविटीज को तेज कर दिया है, जिससे फ्रेशर्स के लिए नए मौके बनने लगे हैं।