Dombivli: डोंबिवली के शास्त्रीनगर नगरपालिका अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराई गई गर्भवती महिला सुवर्णा सरोदे (26) की मौत के मामले में दो डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. मनपा उपायुक्त की जांच रिपोर्ट में मौत के लिए आउटसोर्सिंग संस्था के डॉक्टरों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया गया है. विष्णुनगर थानेदार डाॅ. संगीता पाटिल और डॉ. मीनाक्षी केंद्र के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 106(1) और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
सिजेरियन के बाद हालत बिगड़ी, दो दिन में मौत
सुवर्णा सरोदे डोंबिवली के मोठागांव में रहती थीं, उनकी पहली डिलीवरी सिजेरियन हुई थी, और पिछले महीने दूसरी डिलीवरी के लिए शास्त्री नगर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. एक्सटर्नल सोर्स इंस्टीट्यूट के डॉक्टरों ने उनका दोबारा सीजेरियन ऑपरेशन किया. हालांकि, इसके बाद उनकी हालत अचानक बिगड़ गई और गर्भाशय से रक्तस्राव शुरू होने लगा, वरिष्ठ डॉक्टरों ने उसका इलाज किया, लेकिन रक्तस्राव नहीं रुकने पर उसका गर्भाशय निकालना पड़ा. दो दिन के इलाज के बाद उसकी मौत हो गई.
मनपा जांच समिति की रिपोर्ट और कार्यवाही
इस घटना के बाद मनपा आयुक्त डाॅ. इंदुरानी जाखड़, मनपा उपायुक्त प्रसाद बोरकर और जिला सर्जन डॉ. कैलास पवार के नेतृत्व में एक जांच समिति का गठन किया गया. इस समिति द्वारा दी गई रिपोर्ट में डाॅ. संगीता पाटिल और डॉ. बताया गया कि सुवर्णा सरोदे की मौत मीनाक्षी केंद्र की लापरवाही के कारण हुई. इस पर कार्रवाई करते हुए विष्णुनगर पुलिस ने दोनों डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
राजनीतिक और सामाजिक दबाव बढ़ा
इस घटना पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए ठाकरे गुट के डोंबिवली जिला प्रमुख दीपेश म्हात्रे ने संबंधित आउटसोर्सिंग संस्था को मनपा से बर्खास्त करने की मांग की है. साथ ही मांग की गई है कि सुवर्णा सरोदे के परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए. विधायक गोपालराव मते और मनोज शिंदे ने इस मामले को विधानमंडल में उठाया है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
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मनपा अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवालिया निशान
इस घटना के बाद मनपा अस्पताल में चिकित्सा सेवाओं को लेकर नागरिकों में आक्रोश का माहौल है. कई लोगों ने अस्पताल में ढिलाई की शिकायत की है. भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, इसके लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. इस बीच, सहायक पुलिस निरीक्षक प्रशांत मोरे मामले की जांच कर रहे हैं और प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
